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Showing posts from 2018

हे सुरुज हे सुरुज chhath geet latest

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भोर भेल आंगन हम निहारै छी चाँद नई तकै छी अहाँ के विचारै छी। हे सुरुज हे सुरुज उगा उगा हे सुरुज देखु बाती ज्योत जोत खुजल पट मोट2 आइख अहिं के चरण खोजे रोज 2 हे सुरुज 2 फूल चुन2 क धरली हार बना लियाअब त पहिन धरु न मुरझा हे सुरुज घट घट में ई जे अर्घ अहिं के चढ़ल रूप धर धर क नई आबु अब अब बस डूबा लाल रंग स उगा लाल रंग स लाले लाल बसह मन तन मा उगा 2 है सुरुज हे सुरुज Sujata Mishra #chhath #puja #song #geet #poem #kavita #bhajan

chhath best song 2018

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तीन प्रहर बीतल जइया  हे सुरुज  कखन करब विश्राम  अहिं ल सजिलो इ घाट के  दिया आशीष वरदान  तीन प्रहर बीतल जइया  हे सुरुज  कखन करब विश्राम  अर्घ के फल सा सवइरलौ  लिया चख इक बार  तीन प्रहर बीतल जइया  हे सुरुज  कखन करब विश्राम  शंख नाद जे इ बजलै अहाँ ल  नींद तोड़बये न नाथ  तीन प्रहर बीतल जइया  हे सुरुज  कखन करब विश्राम  आरती उतारू हम अहाँ के  लिया करू शरणार्थ  तीन प्रहर बीतल जइया  हे सुरुज  कखन करब विश्राम 

army poem latest indian

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लो मुझको जला दो मुक्त कर दो आज इस सशक्त बलिवेदी पर चढ़ाता शीश मैं आज मन धूमिल था न समझा न समझा सका आवाज तप्त प्रीत ये देश प्रेम की कर न सका अभिवाद लो भष्म से मेरी बना दो गद्दारों को राख राख धूल धूसर मातृभूमि तुझे मेरा आखिरी सलाम। Sujata Mishra # army   # india   # veer   # soldier

maithili chhath bhajan 2018 latest

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भोर भेल अब दर्शन दिया हे हे छठी मईया अर्घ साजैलौ बाती जलैलौ हे हे छठी मइया पूरब पुरवैया जे बहै छै  To be continue By  Sujata Mishra # Maithili   # bhajan   # latest   # chhath   # lyrics

life quotes rare

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Hidden thoughts are more difficult to handle. Sujata mishra #quote

quotes on life and character

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मास्क नेवर कवर कैरेक्टर । टाइम ऑलवेज शो द ट्रुथ व्हाट रियली यू आर। Mask never cover character, time always show the truth what really you are. By sujata mishra #mask #truth #quotes #life #real

Poems On Ma/Mothers latest hindi

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Sujata Mishra is in New Delhi. Poems on mother day latest May 13 at 11:08am · माँ is Purity of love जब आँखे नम हो कोई भी गम हो दुख ने घेरा हो मन में अंधेरा हो। दिल में सर्द हो तूफान तखन करब विचार जे के अईछ अहाँ के आस पास हे माई तोहरा के उपकार मनवा ई हर्षाल तुस्सी की कित्ता खुद वास्ते मैनु याद नई Mom we love you You are purity गुलिस्तां भी तू ही खुदा भी। रब भी। ईश्वर सी पास हरदम। By sujata mishra #माँ #ma #maa #mother #poem #hindi #english #maithili #bhojpuri #punjabi #urdu #mothers #day

nit uthi gauri shiv ke manauth

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Siya goddess poem

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सिय मेरे सम्मुख बैठी थी असुअन से नैनन मिचीं थी ये कैसा कलंक है पाया निंदक को मिली जो छाया मैं दुर्बल सबल कब बनी थी सिय तब मेरे सम्मुख बैठी थी डोर बंधे थे जो मन की साँसे तोड़ तोड़ मोहे एक बार न ताकें जा सिय फिर भी श्री राम कहेगी राह पर बैठी तेरी राह तकेगी। By sujata mishra #siya #poem #song #geet #sujata #mishra #sriram #gana #bhajan #god

Quotes on karma / deed

If we take a positive decision either we do or not but its added as punya karma. But if we take negative decision and either we do or not but its added as paap karma. By sujata mishra #quotes #punya #paap #karma #decision #positive #negative #add

Poem selfishness

मोह के रंग न बांध किसी को बांध तो रंग सच्चे मन के हो। जीवन से न जोड़ किसी को जोड़ तो जोड़ न तोड़ किसीको लम्बी लंबी राहे दे दी मुख को देख न मोड़ न मोड़ किसी को दर्पण हर किसी को दे दे कि खुद के दर्प को देख सके तो या यह मन गर्वित हो जाये खुद कि करनी पर मुस्काये या ऐसा कर कि मैल दिखे तो खुद से चेहरे को साफ तो करे वो। By sujata mishra #selfishness #face #mirror #poem #real #dirt #smile

heart purity quotes

Eyes always speak the reality of your heart may be it keen or pure. By sujata mishra

Prayer god

कभी 2 इंतजार का समय इतना ज्यादा ठहर जाता है कि आँखे नम से कब सुर्ख हो जाती है यह पता नही चलता। हर किसी को मुश्किलों ने घेर रखा है। किसी की छोटी तो किसी की बड़ी। कोई खुद से उत्तर खोजता तो कोई ईश्वर पर छोड़ता है। क्यों नही हम सब मिलकर एक दूसरे के गमों को बांट ले। सब मिलकर प्रार्थना करें। हे ईश्वर । आज आपको साक्षी मानकर आपके सामने हम वचन देते है, हम कभी गलत रास्ते पर नही चलेंगे, कभी किसी का बुरा न सोचेंगे। हमें शक्ति दीजिये कि हम सत्य के मार्ग पर चल सके। हे ईश्वर । सभी कि दुख परेशानियां मुझे दे और सभी को सुखी करें। क्या आप कह सकते है यह क्या आप कर सकते है यह? To be continued By sujata mishra #fight #answer #life #story #difficult #prayer #all #spread #love #hindutv

poem friends family

एक चिड़ियाँ जब नन्हे 2 पर लेके संसार में आई। कठोर सी जमीन कठोर से दरख़्त को देख मुस्काई। चारों ओर अपने परिजनों को देखा। एक नए संसार में आ नए ईश्वर से मिलना। सब जो सामने नजर आए सब में ईश्वर की विस्मृति पाई। सभी खुश और खुशियों की प्रहर। जब कोमल पर और बढ़े, गगन की ऊंचाइयों से मन लड़े। फीके लगे रिश्ते, वह सभी स्वजन, जो थे कभी ईश्वर सम। खुद से परों को मजबूत किया? या सबके खून से उसे बढ़ाया। नासमझ था, प्यार न समझ पाया, छोड़ प्यार का घोसला गगन में फड़फड़ाया। दूर निकल वह खुद पर इतराया। अपनी सफलताओं के लिए हर बन्धन झुठलाया। नही किसी की जरूरत थी, नही कोई फिक्र थी। दूर गगन में इतना उड़ा, थक गया वह चूर हुआ। नीचे आना न था उसे पर पंखों से मजबूर हुआ। नीचे कोई न था थामने वाला, प्यार की शक्ति से पालने वाला। प्यार पाने के लिए प्यार ही आश है बचने और बचाने के लिए। By sujata Mishra #Love your #family #friends #country #desh

Poem for struggling human

टूटी हुई मन की यह पीड़ा टूट टूट बिखराये आंसू। प्रीत प्रीत ये कैसी प्रीत है तन तड़पत मन पछताए। सूनी -2 गलियारों की ओर ध्वनि तेरी ही आये मन न तोड़ मुझे न छोड़ मुझे न भूल मुझे न संग कोई है। वेद भेद न भय न कमी है जीवन के राहों से बनी हैं तेरी मेरी एक ही राह जुड़ी अंतर मन सुध भूल रहा जब संग न तू संघर्षशील हो तब जब हम होंगे एक एक हाँ तब जीवन पथ पर नवक्रान्ति बदले सोच संसर्ग और भ्रांति कर्तव्य मार्ग हर पल प्रहार टूटे पड़े मन के भले मन के है भले वो टूटे पड़े टूटे पड़े। By sujata mishra #break #heart #love #god #ways #poem #hindi #random #you #problem

Book of god poem

कितने रंगों से जिंदगी बनी कितने संगों से ये सजी संवरी। धूप न छाँव की दरख़्त मिलती फूल न पात की खुश्बू फैलती। कुछ गिने चुने से लोग मिलते बाकियों की खुद की कश्ती। न पूछेंगे कभी अपनी खुशियों में खुद के गमों में आएंगे गले लगने। ऐ जिंदगी उन्हें भी समझा इस तरह जिस तरह खुली किताब कहती है। खुद के सारे पन्नो को समेटे रहती है जो अलग हुए वो सब वजूद खोती है। हर जिंदगी की किताब को संभालो हर पन्ने की तकदीर को सुधारों। हे ईश्वर। हर किताब तुम्हारी है हर अक्षर हर जिंदगी का हर शब्द तुम और तुम्हारी ही निशानी है। By sujata mishra #hindi #poem #god #page #book #life #kavita #words #colors #dhoop #chhanv

Environment poem latest

संग समर्पण सम्मान स्नेह शुभाशीष देख रास्ता खोलती मधुर व्यवहार से हर लोक में श्रेष्ठ है वह वही जो सिर्फ लड़ता हर युद्ध मृत्यु जीवन मृदुवार से कलरव करती यूँही रोज पक्षी दिनरात सूर्यतप्त है जो खड़ा हरपल बना प्रमाण नदियां झरने सूखते न कर सके प्रतिकार उस मनुष्य का जिसने छीन ली मुस्कान खुद के लिए प्रकृति का किया सर्वनाश देख रंग बिखेरता लेकर तुम्ही से ये कौन सुन ध्वनि को है ये बजाता लेके तुम्ही से बोलता है मृदु भाष किसका? तुमसे ही सजग नही हम संग नही हम न समर्पण स्नेह सम्मान शुभाशीष न कुछ मोल इनका पृथ्वी काँपती उठा सिर बोलेगी इक दिन बदलेगी ऊर्जा को ऊर्जा से तेरी और मेरी। By sujata mishra #save #energy #earth #environment #water #animals #plants #trees #love #freedom #birds #listen #hear #smile

love quotes latest

#Love keeps #people together how far they are have one #heart #divided in #equal. By Sujata Mishra

Mortal and immortal life

We all know that we will face death on certain time, on the beginning of life we are unable to know anything's, but when death comes on old age we knows all the things. We know that things are going on around us it will be occurred as written by... But be sure till we have breath we will have to do our own work by ownself. Don't loss faith on self you are powerful always if you assume your self powerful. Don't afraid by death or any other factor. It's not only for you it's a universal truth. This rule work for everyone. No one is immortal, or everyone is mortal. But we are soul we are present always in living things or nonliving things. Always we are here so never left your faith we can do anything in any age. By sujata mishra #old #life #how #to #live #faith #immortal #mortal #death #mrityu

Poem on grandmther / mom / dadi ma

कुछ लोग तैयारी कर रहे थे। कुछ थके हुए थे। कुछ सबको देख रहे थे। कुछ बातों में व्यस्त थे। कुछ घूम रहे थे। कुछ खेल रहे थे। कुछ खोये हुए थे। कुछ सलाह मांग रहे थे। कुछ सलाह दे रहे थे। कुछ ईश्वर के भरोसे थे। तब जब सब अपने 2 काम में व्यस्त थे, उस समय भी कुछ मां और दादी माँ अपना सब कुछ छोड़ कर बच्चों और पोतों बारे में सोचती और उनकी मंगल कामना करती है। हिंदू परिवेश की सम्पन्नता और समृद्धि का आधार ही प्यार है। जहां प्यार होगा वहां से गई खुशी का मन भी कहीं न लगेगा उसे तो वापस लौटना होगा। By sujata mishra #love #mother #gradmother #kids #childrens #son #base #progress #wealth

Story kartvaya bodh

कर्तव्यों का बोध होना भी बहुत जरूरी है। अगर बोध नही है तो वह कोई भी कार्य न करें जिससे आपकी वजह से दूसरों को कष्ट हो। आज आपने कष्ट दे कर शुरुआत कर दिया तो कल जो कष्टों का प्रहार आप पर होगा वह अकल्पनीय होगा। अंत बुरे का होता है और अच्छाई अंत में ही विजयी होती है। आज एक राजा को जो सर्वप्रिय था, बन्दी बना लिया गया। शासन की बाग़डोर हाथ में आते ही शत्रुपक्ष राजा को मारने की तैयारी में जुड़ गया। शत्रुपक्ष वही था जो राजा के बहुत करीब था। सत्ता हथियाने और लोभ ने आंखे और मन को बे लगाम कर दिया था। राजा की लोकप्रियता के चलते मृत्यु को जितनी तल्लीनता से बुलाया गया हो वह कार्य हो रहा था। शत्रु ने जल्दबाजी में घोषणा कर दी आज ही राजा को मार कर विजय पताका लहराना है। भरी भीड़ में प्रजा के सामने राजा को मारने का फैसला किया गया। राजा तो राजा था निडर खड़ा था, चारों तरफ प्रजा को देखता आंखों से हुंकारता। और प्रजा ने उस हुँकार को सुन अपने राजा को बचाने के लिए हर एक तैयारी कर रखी थी। उनकी आन बान शान को कम कौन करें जिनके लिए इतने लोग हो जान लिए खड़े। कर्तव्यों का बोध उस प्रजा को था जिनका राजा विषम परि...

Krishna god bhajan

इतनी मीठी मीठी बोलियाँ इतनी मिठास सुन सुन हर कोई बस सुन इसकी धुन न कोई न कोई जोड़ न तोड़ है मन मोह मन मोह ले मन को मोह ले मन मोहना मन मोहना मन दर्श दर्श की प्यासी अँखियाँ दर्शन दर्शन छवि कब पाऊँ भोर भोर मैं मन बहलाऊँ शाम शाम मैं श्याम बुलाऊँ कृष्ण नाम में सुध बुध भूलूँ ऐसी मैं मेरी छवि को चूमूँ यह तन बिसरू ध्यान मान में यह मन धर दूँगी तेरे प्यार में लौ ये जलती न बुझने दूँ मैं श्रद्धा सुमन अर्पित कर लूं मैं। By Sujata Mishra #poem #god #krishna #hindi #bhajan #shyam #darshan #sweet #song

Hindu culture and sanskriti

हिन्दू संस्कृति एक गौरवशाली संस्कृति है। हमारे घरों में जो हमारे पूर्वजों ने जो नीवं डाली थी उससे आजकल के बच्चे वंचित होते जा रहे है। 1 सुबह उठकर सबसे पहले अपने हाथों में ईश्वर के दर्शन करना। संस्कृत का श्लोक कराग्रे वस्ते लक्ष्मी कर मध्येसरस्वती करमूले तू गोविंदा प्रभाते कर दर्शनं। 2 फिर पृथिवी माँ को हाथ से स्पर्श करके ही पैरों को जमीन पर रखना। 3 सभी बड़ो का सुबह 2 आशीर्वाद लेना। 4 सुबह 4 बजे पढ़ना। 5 सुबह नित्यकर्म कर नहाना। 6 माँ के हाथों से बने नाश्ते को खाना। 7 स्कूल जाने पर सुबह प्रार्थना में सरस्वती वंदना । शांति पाठ। सभी लोगों द्वारा एक साथ सर्व मंगल कामना। सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे संतु निरामयः सर्वे भद्राणि पश्यन्तु माँ कशचिद दुख भागभवेत। 8 अनुशासन से पढ़ाई 9 दोपहर में भोजन मन्त्र 10 पढ़ाई के साथ खेल कसरत 11 और घर लौटने के समय वंदना। 12 घर में बच्चों का इंतजार करती मां और उनका भोजन। 13 कुछ काम पढ़ाई कर आराम कर शाम को खेलना इतने सारे बच्चे टीम बड़ी हो गई बहुत। 14 बड़े लोग कुर्सी लगा कर बच्चों को खेलते देखते। 15 आपस में प्यार से बातें करते लोग सं...

immorality story

एक ऐसा जीवन मिला कि जन्म लेते रहे मरते रहे फिर जीते फिर मरते। यह क्रम चलता ही रहा। वह मनुष्य कुछ भी करता उसे मुक्ति ही नही मिलती। हर जीवन में कुछ न कुछ भूल चूक हो ही जाती। हर जीवन में सुधार करता करता वह ऐसा हो गया कि मूक बन गया। कोई कुछ भी कह देता कर देता उसे कोई फर्क नही पड़ता। वह अपने कार्य में तल्लीन रहता। फिर मृत्यु का समय इस बार उसे लगा अब मुक्ति मिल जाएगी। पर इस बार भी नया जन्म । अब तो सारे तरीके वह अपना चुका था। कोई और रास्ता तो नजर न आया। पर पिछले जन्मों में अपने आपको सुधारने की जो कोशिश की वह उसे खुद को गौरवान्वित कर रही थी इस जन्म में। अपने आप को तुच्छ समझ वह खुद से मुक्त न हो पा रहा था। और यह स्थिरता आते ही कि वह सबसे श्रेष्ठ है उसे मुक्ति मिल गई। By sujata mishra #story #born #death #hindi #latest #superior #mukti #immortal #divine #proud

Story love bird and hunter

हर घर की नींव प्रेम और विश्वास से शुरू होती है। घर बड़ा हो या छोटा पर घर के सभी सदस्य एक दूसरे के प्रति प्यार और सद्भभावना रखे यह जरूरी है। एक चिड़ी और चिड़ा अपना घोंसला तिनका 2 जोड़कर बनाते है। जोड़ना और जोड़ने में प्यार की खुशबू के साथ विश्वास होता है कि वे हमेशा एक साथ एक दूसरे के साथ रहेंगे। चिड़ा दूर गगन में उड़ता तो चिड़ी उसके पीछे 2 गगन में उड़ती। एक दिन एक शिकारी की नजर उस चिड़े पर पड़ी उसने बंदूक तान कर निशाना साधा। जब तक निशाना साधता चिड़ा आगे बढ़ गया चिड़ी निशाने पर आ गई। शिकारी ने जब दोनों को एक साथ देखा तो मन मे प्रेम उमड़ आया। दोनों एक साथ अठखेलिया करते हुए शिकारी के सामने आ बैठे। शिकारी हैरान था कि अभी अगर किसी एक को भी गोली मार देता तो वो दोनों तो अलग हो ही जाते अपितु दोनों जो अभी उसके सामने बैठ प्रेम से उसे देख रहे है से वंचित रह जाता। चिड़ा और चिड़ी के प्रेम ने एक और प्रेम आत्मा को जगा दिया था। जो शिकारी अब तक शौक़ के लिए जा पक्षियों को मारता था अब उन्हें दाने खिला रहा था। By sujata mishra #birds #story #moral #hunter #love #nest #grain #faith #change #heart

Life boat and we poem

आँधियाँ क्यूँ चलती है जा मेरी कश्ती से न टकराना नुकसान मेरा हो गम नही तू बिखड़ गया तो क्या होगा मेरी कश्ती टूटी टूटी सी है तुझे चुभ गई तो क्या होगा आँधियाँ किसे पसंद है जबसब के सब तेज आंधियों से है खुद सा प्यार किसे और कौन आज करता है जब कि मोह न मोह रहा अब मन से किसी के भी कभी देख मन यूँही अकेला सा भटकता है जब साज भी है साथ आवाज भी अभी है साथ शोज और रंग भी साथ देते है फिर भी आंधियों का रुत मेरी कश्ती को डुबोते है। ये आँधियाँ भी मेरी अपनी होंगी जब मुझमे इनको सहने की शक्ति होगी डूबी कश्ती भी मौज देगी जब पानी की सरलता और मेरी सरलता बिल्कुल एक जैसी होगी। By sujata mishra #boat #craft #air #simple #poem #hindi #kavita #new #latest #life #moral

Death / Mrityu facts of mind

हम सभी को जैसी जिंदगी जीनी है जैसा रहन सहन रखना है सब कुछ हमारी सोच पर निर्भर करती है। हमारे चारों तरफ जो घटनाएं घटती है उससे प्रेरित हो या न होकर हम जो भी कर्म करते है, उससे हमारी जिंदगी आगे बढ़ती है। क्योंकि जो कार्य हमारा ज़मीर मना कर दे वह हम कुछ भी हो जाये नही करेंगे। पर किसी और के लिए वहीं कार्य रुपयों के एवज में सुखद होगा। इस तरह हर मनुष्य अपने कर्मों से अपने जीवन को रूप देता है। हर मनुष्य का जीवन उसके मस्तिष्क में डाले गए बीजों का रूप होता है। एक बुद्धिजीवी ने पहले ही अपने जीवन के मार्ग को चुन लिया होता है जबकि एक निकृष्ट मनुष्य तिरष्कार सहकर भी उसी जीवन को जीता है जो उसे चाहिए। ठीक इसी प्रकार, मृत्यु के लिए भी जो व्यक्ति पहले से ही सोच ले कि उसे किस प्रकार की मृत्यु चाहिए तो यह भी उसके अनुसार ही कार्य करता है। भगत सिंह जी और चंद्र शेखर आज़ाद जी उन्होंने पहले ही सोच लिया था कि उन्हें अपनी जान देश हित में देनी है। स्वामी विवेकानंद जी ने पहले ही समाधि से अपने देह का त्याग कर दिया अपने सभी कार्यों का संपादन समय पर कर। A p j कलाम जी ने पहले ही दिमाग में बैठा रखा था कि उनक...

Joint Family essential facts

जब भगवान किसी एक परिवार की संरचना करते है तो हर जन्म में वही लोग आपके आसपास रहते है। जो इस जन्म में माँ-पिता, भाई बहन पति पत्नी है वही अगले जन्म में भी होंगे। रिस्ता बदलेगा तो भी कोई बड़ा कभी छोटा हो बदल जाता है। हर जन्म में वही जाने पहचाने लोग होंगे साथ। हर जगह एक परिवार हमेशा साथ होगा। साथ देने वाले लोग यही होंगे जो आज साथ है। जो आपके जितने करीब इस जन्म में है वही अगले जन्म में भी आपके उतने ही करीब होंगे। फिर भी हम खुद ही अपने हाथों अपने परिवार को तोड़ने की कोशिश करते है। आज संयुक्त परिवार में कोई रहना नही चाहता। लोग घरों में साथ रहने की बजाए बाहर रहने में खुश होते है। कैसी मानसिकता और किसलिए? सिर्फ इसलिए कि मैं को अहंकार में लिप्त रहना है। पारम्परिक संस्करों के पल्लू को धकियानूसी बना लोग मॉर्डनता की चादर को फैलना कहाँ तक सही है। जब भगवान ने एक जगह एक छत्र के नीचे बिठा दिया तो छत्र को और मजबूत करना हमारा ध्येय होना चाहिए। हर रिश्ते की सार्थकता समझ आये न आये पर कुछ अटूट बंधन को निभाने की समझ जरूर होनी चाहिए। By sujata mishra #relation #joint #family #country #mother #fat...

faith story god

विश्वास एक ऐसी अनूठी देन हम सभी को मिली है, जिसको अगर सभी अपना ले तो ताकत और हौसला दोनों बढ़ जाते है। एक पत्थर को जब तराश कर मूरत बनाई जाती है तो वह मूरत एक विश्वास का प्रतीक बन जाता है। एक कुम्हार उस मूरत को इसी विश्वास से बनाता है कि कोई खरीदार अवश्य इसे खरीद कर ले जाएगा और उसके जीविका को आधार मिलेगा। एक विश्वास जो प्रेरणा देती है। जब कुछ भी हमारे पास नही होता तो विश्वास की नैया अपने पास रखनी ही चाहिए। विश्वास जो बुलंदी के शिखर पर पहुँचा देने की शक्ति रखती है। विश्वास जो मिट्टी से पत्थर बनने की ताकत दे। पत्थर से मूरत और मूरत जिसे फिर मिट्टी में मिलना ही है। हम आप और सब मिट्टी के मूरत जो बिक रहे ईश्वर के द्वारा बने संसार में। तो कुम्हार रूपी ईश्वर को क्या चाहिए? हम सब मूरत को बेच कर ? जहां तक मैंने पढ़ा है उसके अनुसार जब हमारे पास कमाने के और पर्याप्त साधन हो जाते है तब हम सभी जो कि ईश्वर के अंश है कुछ मनोरंजन के लिए दूसरे लोगों की जिंदगी में निरक्षण करना शुरू करते है कि ये हुआ तब उन्होंने ये किया और उन्होंने हमसे अच्छा किया या हमने उनसे अच्छा किया। शायद ईश्वर भी हम अंशों को प...

Ramcharit manas kakbhushundi

जब राम चरित मानस पढ़ा तो श्री राम जी के बाल्यकाल का एक छोटा सा टुकड़ा आज दिमाग में अचानक ही आया। भगवान श्री राम जी की माँ कौशल्या भगवान राम को महल के आंगन में खाना खिला रही है। दूर एक कौंवे की पैनी नजर रोटी पर थी। बाल श्री राम ने माता कौशल्या से रोटी अपने हाथ में ले ली। अब कौंवे को बस यह आस थी कि कब माता कौशल्या हटे और बालक से रोटी लेकर वह दूर गगन में ओझल हो जाये। भगवान श्री राम कि यह बाल लीला कहाँ उस कौंवे को पता। माता जैसे ही किसी काम से महल में गई वह कौवा रोटी पर झपटा। पर रोटी क्या मिलता वह तो भगवान श्री राम के मुँह खोलते ही उनके मुँह के अंदर चला गया। वह कौवा इस आश्चर्य चकित घटना से कुछ भी समझ न पाया। वह उस अंधकार में किस तरफ जाए या किधर न जाये कुछ न समझ सका। जिस तरफ भी आगे जाता सैकड़ो ब्रह्मांड दिखाई देने लगते। जिस ब्रह्मांड में उतरता वहां फिर कई पृथ्वी और जिस पृथ्वी पर जाता वहां कई माता कौशल्या और अनगिनत भगवान श्री राम और स्वयं को भी देखा। कौवा इस तरह कई हजारों वर्षों तक श्री राम के मुख के ब्रह्मांड में भ्रमण करता ही रहा। अंततः जब भगवान श्री राम के भक्ति का मार्ग जब उसे ...

Satisfaction moral story

जल ही जल चहुँ ओर है, फिर भी सजल हुए न नैन सखीे कि हसीं जो देखिए आप ही सजल हुए दो नैन। एक गाँव में गरीब परिवार बड़ी ही मुश्किल से पेट पालता था। बड़ी कठिनाई से गुजर चल रही थी। तो एक दिन गरीब ने सोचा इस गांव को छोड़ किसी और जगह कमाने को जाना चाहिए। यह सोच उसने सारा सामान बांध परिवार को ले दूसरे गांव आ गया। जैसे ही दूसरे गांव आया पहले गांव में बाढ़ आ गई। सारे लोग जान से हाथ धो बैठे। उस गरीब को भी दुख हुआ, कि कितने जाने पहचाने लोग अब न रहे। पर आंखों में आंसूं न आये। दूसरे गांव में गुजर बसर कर रहा था तभी एक दिन एक मित्र भी उसी गांव में दिख गया। हाल चाल पूछा और उसके ठाठ जो दिखे तो वह अंदर ही अंदर असंतुष्ट हो गया। यह भी न सोच सका की किन परिस्थितियों में या कैसे यह सब उसे मिला। आज सबकुछ था पर लोग नही थे खर्च करने को। पर कहाँ वह और कहां मैं। आज आंखे सजल थी। पर उसका मित्र सब कुछ होते हुए भी तन्हा था। बाढ़ उसका सारा परिवार खुद में समेट ले गया था। फर्क और समझ परिस्थितियों की न हो तो जीवन का आधार पक्का भी हो हिल जाता है। By sujata mishra #satisfaction #got #best #things #in #my #life #s...

Soldier army and government policy

जब भी वीरता की बात आती है, देश के सभी लोग देश के जवानों की वीरता और शौर्य के चर्चे करते है। सरकार वीर जवानों के शहीद होने पर उन्हें श्रद्धांजलि देती है। हर सरकार दावा करती है उन्होंने बहुत काम किया। 60 सालों में इतना विकास किया। 3 सालों में हमने कितना काम किया। पर बस एक सवाल सभी सरकारों से कुछ आधारभूत जरूरते जिनकी आवश्यकता सभी जवानों को है| इतना तो कर सकते है कि भारत के बॉर्डर पर तैनात सभी सिपाहियों को बुलेट प्रूफ जैकेट दी जाए। सुरक्षा की जिम्मेदारी सिर्फ सिपाहियों की ही नही है बल्कि राष्ट्रहित में प्रत्येक व्यक्ति की है। बलिदानी हजारा जी जैसे एक सैनानी नही लाखों सैनिक शहीद हो चुके। इन सबकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की भी है। एक मजबूत और ठोस फैसला भारत को मजबूत करेगा जबकि हर सैनिक की हिफाजत देश की सुरक्षा को। 1 दिन में कुछ मूलभूत चीजें हर सरकार कर सकती है, न करना सिर्फ अपने जिम्मेदारियों से पलड़ा झाड़ना है। हर दिन बेवजह सिपाहियों की जान जाना सरकार की नाकामियों को दर्शाती है।.... By sujata mishra #government #soldier #sipahi #jawan #need #justice #modi #narendra #pm

Bharat Education system drawbacks

भारत के आने वाले नए बच्चों की बात करें तो कोई भी पढ़ने में ज्यादा रुचि नही ले रहे। रोज हर किसी से सुनने में मिलता है कि मेरा बच्चा दिन भर tv या mobile में लगा रहता है। ऐसा नही है कि पहले बच्चे नही खेलते थे। उस दौर में भी बच्चे खेलते थे। खेलने में पूरा दिन गुजार देते थे स्कूल से आने के बाद। पर जब स्कूल में होते थे तो जितने देर ही पर पढ़कर समझकर ही लौटते थे। एक स्कूल टीचर ही स्कूल में सब पढ़ा देते। किताबों में नायकों की शिक्षा प्रद कहानियां होती थी। आचार विचार की बातें संस्कृति की बातें सब स्कूल में ही सीख लेते। पर आज की किताबों की तुलना की जाये तो भारतीय नायकों की बजाय चिंन चुंग नायक ज्यादा दिखे। क्यों पढ़े बच्चे इन्हें ? इन्हें पढ़ने से better वे कुछ और कर ले जो already they are doing... By sujata mishra #change #study #materials #education #department #government #appeal

Change own selves Article

आज का दौर ऐसा है, सही कदम और सही फैसला लेना भी बहुत मुश्किल है। जो चीजे सही है, उन्हें साबित करना उतना ही मुश्किल। कई लोग ऐसे है जिनकी लोग भलाई करें तो भी उन्हें उसमें खोट लगती है। और बिगाड़ने वाले हितैसी। फर्क बस चरित्र का है। चरित्र भारतीय परिवेश में हमेशा चरित्र को वरीयता दी गई है। चरित्र को दृढ़ कर लिया तो हर काम कदमों को चूमती है। चरित्र बनना और बिगड़ना विचारों के बीजों का रूपांतरण है। अगर मैं एक बच्चे को रोज सिर्फ यह बोलने को कह दूं कि "मैं नही पढूंगा" और दूसरे बच्चे से रोज बुलवाऊं। "मैं रोज पढ़ूँगा" कुछ दिन बाद फर्क स्वयं दिख जाएगा। बीज डल चुके थे। पेड़ बन कर एक विचार एक बच्चे को न पढ़ने व दूसरे को पढ़ने में बाध्य करेगा। वही 18 साल के बाद किसी भी बदलाव को लाना मुश्किल है क्योंकि बीज तबतक परिपक्व हो जाते है। उस समय बदलाव कोई और नही ला सकता।आप जितना कोशिश करोगे उतना ही विरोधाभास मिलेगा। चीजे बदलना 18 के बाद स्वयं पर निर्भर करता है। सिर्फ खुद से खुद को बदला जा सकता है। कठिन है पर नामुमकिन नही। By sujata mishra #change #oneself #child #adult #dep...

Story bhatkav / Wrong Path / Distraction

भटकना, शब्द खुद में ही लोगों को यह समझाने की कोशिश करता है कि भटक - ना। लोग भटक रहे है कई कारणों से - * * * आदि भटकाव भी कई तरह के होते हैं। *किसी और को भटकाना *किसी के द्वारा भटकना *खुद स्वयं ही किसी और को भटकाना - इसमें व्यक्ति दूसरे को भटका कर अपना रास्ता साफ करता है। या ये कहे फुट डालकर किसी को अपने फायदे के लिए उपयोग करना। किसी के द्वारा भटकना - भी ऊपर दिए गए उदाहरण के रूप है पर इसमें व्यक्ति को पता होता है और वह स्वयं भी वही चाहता है पर नाम खुद की बजाए दूसरे पर लगा देता है। स्वयं ही भटकना - गलत सही का भेद पता होने के बाद भी छोटे और गलत रास्ते को चुन ऊचाइयां छूने की कोशिश। हस्र सब का वही है भटकना। भटकना । और अंततः भटक ना। न मिली है न मिलेगी भटके हुए व्यक्ति को सपनों का शहर। By sujata mishra #deviate #mind #warp #dream #reality #wrong #path #high #pace #own

Story mata sita and sindur significance

एक बहुत ही महत्वपूर्ण तथ्य माता सीता जब हनुमान जी के सम्मुख आती तब हनुमान जी ने गौर किया कि उनके मांग में लाल रंग का कुछ लगा हुआ है। वह रोज देखते पर संकोच वश पूछ न पाते। एक दिन उन्होंने माता सीता से पूछ ही लिया - कि हे माता आप रोज अपने मांग में यह क्या लगाती है? इसे लगाने से क्या होता है? माता सीता मुस्काई और बोली - हे पुत्र हनुमान यह सिंदूर है। हर पत्नी अपनी पति के जीवन के लम्बी कामना हेतु इसे रोज अपने मांग में डालती है। श्री हनुमान को जैसे ही पता चला कि सिंदूर से प्रभू श्री राम की आयु बढ़ेगी वे पूरा का पूरा सिंदूर अपने हर जगह लगा लिया। आज के युग में सिंदूर की महत्ता को कुछ पतिव्रता भारतीय स्त्रियां ही जानती है। जो जानती है माता सीता तुल्य है। उन सभी स्त्रियों को हमें नमन करना चाहिए। वे सभी हमारे देश की गौरव है। जय माता सीता की। By sujata mishra #mata #sita #sindoor #hanuman #lord #ram #proud #women #bhartiya

Quotes on sun life

Lots of sun was there but on earth a sun shines and worshipped. By sujata mishra #virtue #sun #worshiped #earth #stars #shines #recognize #lots #of

Article ma ke hathon ki khushbu

आजकल का नया ट्रेंड है, खाना बनाते वख्त कोशिश करते है कि अनाज और सब्जियों को छूना न पड़े। कभी भी किसी को खाना बनाते वख्त ध्यान से देखे। खाना बनाते समय स्त्रियों या लड़कियों के खाना बनाने के ढंग को देखकर भी उनके द्वारा बनाये जा खाने की स्वादिष्टता को परखा जा सकता है। जो स्त्री खाना बनाते समय साफ सफाई के साथ तल्लीनता से खाना बनाती है वे श्रेष्ठतम व्यंजन बनाती है। कभी किसी को आलू का चोखा बनाना हो तो श्रेष्ठ स्तरीय स्त्रियाँ हाथों से उस चोखे को मैश करेंगी, और हाथ धुलकर। जबकि औसतन स्त्रियाँ आलू का चोखा बनाने के लिए बिना हाथ धुले चम्मच से मिलायेंगी। श्रेष्ठ कार्य करने वाली स्त्रियाँ जब खाना बनाने में अपने हाथों से कुछ भी कार्य करती है तो उनके हाथों की खुशबू भी उस कार्य में सम्मलित हो जाता है। वही निम्न श्रेणी में उनके काम न करने या खाना न बनाने की इच्छा उनके खाने के स्वाद को बिगाड़ देती है। यही कला है जो भारतीय व्यंजन को सर्वश्रेष्ठ करती है। तभी तो कहा भी जाता है, माँ के हाथों की खुशबू है आज खाने में। By sujata mishra #how #cook #meals #foods #ma #mother #lajwab #handmade #bad #goo...

Self respect poem with moral

एक बार एक छोटा सा पौधा उगा। चारों तरफ की हरियाली देख मुस्काया। किसी ने कहा कि देख मैं कितना बड़ा तो किसी ने अपनी मजबूती को दर्शाया। किसी ने फूलों तो किसी ने फलों को दिखलाया। कोई सुंदरता तो कोई खुद की हरियाली पर इतराया। वह नन्हा छोटा सा पौधा खुद को न समझ पाया। अंदर ही अंदर मन में वो घबराया। हर कोई उससे उसकी पहचान चाहता। हर ओर से उसे जो देखे नकारता। पूछते क्यूँ और कौन तू अपनी शान तो दिखा। क्यों बन रहा है बोझ तू अपनी मान तो दिखा। हारना कभी न मन में जो उसने ठाना। तोड़ता जड़ों को खुद ही दौड़ता चला वो। राह में जो मिली नदियाँ पार करता गया वो। कभी बना कवक तो कभी बना मछलियां। कभी बना मगर तो कभी बना तलैया। निकला वहां से मरु थार जा वो पहुँचा। ऊंटों की शक्ल धरता पृथ्वी पर यूँही रहता। मरु थार जो न भाया गगन चुम्बी पर्वतों पर जा डाला वो बसेरा बन बैठा एक सपेरा। कुछ भी न मन से समझा बस जीता रहा रहा मरता। रूपों को वो बदलता धूपों को वो सिहरता। मन मंजरी बना था छाँव में वो खिला था। जीवन के क्रम को जीता। रूपों और धूपों को लेता। मृत्यु दंश में फिर जकड़ा। धूलि में फिर से लिपटा। खुद को न फ...

Yuva Divas / Swami vivekanand Story

स्वामी विवेकानंद जी एक युवा शक्ति, जिन्होंने भारतवर्ष को एक नया आयाम दिलाया पूरे संसार में। हर युवा को, उनके विचार और उनके बारे में जानना ही चाहिए। उनके जीवन के दृष्टांत हर किसी को पता है, उनमें से हर घटना प्रेरक है और जो हमें आदर्श पथ पर चलने की राह दिखता है। जब वे विश्व सम्मेलन में जाने वाले थे उस समय उनके गुरु श्री रामकृष्ण परमहंस की पत्नी शारदा देवी ने उन्हें परखने के लिए उनकी परीक्षा ली। वह देखना चाहती थी कि उनके गुरु ने सही शिष्य का चुनाव किया है या नही। परीक्षा इस तरह ली गई कि कोई भी इस परीक्षा को समझ नही सकता था। जब विवेकानंद जी माता शारदा देवी से मिले तो वे कोई कपड़ा लेकर सिलने के लिए बैठी थी। तब शारदा देवी जी ने स्वामी विवेकानंद जी से कहा कि जरा मुझे सुई निकाल कर देना। स्वामी विवेकानंद जी ने सुई निकली, और उस सुई के चुभने वाले नुकीले हिस्से को अपनी तरफ किया और फिर सुई माता शारदा देवी की तरफ बढ़ाया। माँ शारदा देवी ने स्वामी विवेकानंद को बहुत सा आशीष दिया और बताया कि उन्होंने बस यह देखने के लिए कि उनके गुरु ने सही शिष्य का चुनाव किया है या नही सिर्फ इसी के लिए यह एक ...

Soil quotes

#Everything has #life, when I #touch soil it #fragrance like #flower and when it #flies #makes new #home for #soul. By sujata mishra

Quotes on army

#Self #defense it's #necessary for all to #survive in #current #senerio. Why it not for our #arms #indian #army? Sujata mishra #Bless #them #appeal #to all #bhariya #hindu #kashmir

Poem on ishwar /God

मेरी बात न सुन न सुन कभी कभी दूजों की तो सुना कर। वो भी हर कदम मेरी ही बस दुआ सरेआम सरेराह करते है तू तो ईश्वर है नश्वर है सस्वर है क्यूँ अपनी आवाज को दूजों में दूजों से छिपाता है, मिलाता है। मन में उनके जो खनक है वो किसने और कब दी तुझे ही पता जाग कर रातें और रातों को सुबह बना देना भी तेरी ही कड़ी थी। बिगड़ती है बिगड़ जाए किसी की तकदीर तो क्या, सँवारने के लिए भी तो तुझे जमीं पर आना ही होगा। तो क्यों न खुद से तकदीर बिगाड़ू कभी खुद बिगड़ू या कभी तुझको इतना बिगाडू की सामने हो तुम और मैं शायद तुम्हे न पहचानूं । To be continued By sujata mishra #poem #ishwar

Poem on Lord Shiv

हे शिवशम्भू शक्ति आप ही आत्मा हो मेरी हे शिवे शक्ति आप ही बनो मेरी बुद्धी हे शिवम शक्ति आपके गण है मेरी शक्ति हे शिवोहम शक्ति मन से जुड़ी हो भक्ति हे शिवाय शक्ति आप ही हो प्राण प्रथी हे शिवांकर शक्ति तन बने आप का मन्दिर हे शिव शक्ति प्रदक्षिणा हो जो चलूँ फिरूँ कहीं है शिवा शक्ति जो कर्म करू बन जाये भक्ति शीशगंगा चंद्रधराय जटा जूट रुद्राभिषेकाये नमामि त्वं शिवाय शिव शम्भू अर्धशक्ति मूलाये। By sujata mishra #mahashivratri #poem #shiv #bhajan #hindi #latest #new #sujata #mishra

Poem on morality

आसमा आसमा आजमा ले मुझे इस कदर झूमती ले गिरा दे मुझे पल ठहर सा रहा न भूला न भुला कोई है जो है उस आसमा पे बैठा कोई है जो हमें है रोकता टोकता कोई है जो हमें है सोचता बोलता कठपुतलियों सा डोरी में ले घूमता है सहेजता हमे है हमे बिखेरता रश्मिरथी है ईश्वर जो हमे देखता किरणों से भरता स्वर्निम करता अपने स्वप्नों को साकार करता कभी निराकार कभी आकार भरता वो तो ईश्वर है आसमा पर जिसका जिसका हर जहान पर एक घर है। हम कठपुतलियां लड़ते है कटते है ईश्वर के घर को अपना हम कहते है। By sujata mishra #poem #fight #land #property #hindi #motivational #moral #new

Quotes on perfect interest

No one is #perfect, but everyone is perfect in his field of #interest. By #sujata #mishra

Save water Delhi Government

दिल्ली में गन्दा पानी देकर हमारे साफ पानी जो टँकी में भरे होते है गन्दे हो जाते है। और पूरा पानी खाली करके फिर से भरना कितने टन पानी यूँही खराब होता है। क्योंकि पानी का मोटर चालू करते ही पानी टँकी में जाता ही है। तो दिल्ली सरकार सबसे पहले पानी वेस्ट करना और करवाना बन्द करे। दूसरों को नसीहत न दे। भारत में रहने वाली जनता नेताओं से हर लिहाज से जिम्मेदार और ईमानदार है। सप्लाई वाटर में बीच 2 में गंदा पानी देकर कितने ही टन पानी बर्बाद दिल्ली सरकार कर रही है। अपने आप को आप खुद सुधारों आप से आप नही मिलेगी। ईमानदारी से आप का सम्मान मिलता है नाम से नही। By sujata mishra #Save #water #delhi #goverment #minister #india #aap

Tolerance quotes

The last stage of #tolerance to find the solutions, and then give up means freedom.. Sujata mishra #quotes #life #experience #ways

Keep Purity which cant change quotes

वही हूँ जो थी, पर किसी को पता नही कि अब तक नही बदली Keep Purity which cant change quotes सुजाता मिश्रा #dont #say #anyone #its #secret

Poem God soul and I

I m perfect for to tease u I m perfect for to see u Because I define u in my way And a way that close your path Path of divine open the heart of god God is perfect for me to hold the hand Hand of me with divine shine he Called me u are beloved loved Of part of mine rhythm Why we stay apart lets Make a way earth to sky Heart to heart and See god in soul of I. By sujata mishra #god #i #soul #sky #earth

Poem mann

मन जो कहे वही करना जो कुछ भूले तो भूलना दिल भी दुख जाए तो भी न कभी पछताना तू तो परिंदा नही है तू तो बंधन भी नही है तू तो जीता भी नही है तू तो मरता भी नही है खुद से जंजीरों सा जकड़ा मेरा दिलों दिमाग़ जा फिकता भी नही है मेरा कुछ भी नही है मेरे बस में तू तो संभल जा रुक जा तू तो रुक रुक जा रुक जा तू तो ईश्वर है हर कण में ही तू तो बस जा बस जा मन में तू तो नैनन में रुक जा रुक जा तू तो छवि अपनी दे जा दे जा तू तो सखि है समझी है मुझे तू तो सखि तू बन जा सखि तू ही तू सखि तू ही तो है सखि री। By sujata mishra #ishwar #sakhi #mann

Happy menz day Quotes

#Happy #mens #day.... To all Yesterday was #womens #day so rest day will be obviously #recognized as #menz day #sujata #mishra

Story of goodness and evil

एक बार एक अच्छाई को बुराई पसंद आ गई। बस अच्छाई अपना सब कुछ छोड़ कर बुराई का पीछा करने लगी। बुराई तो चाहता भी यही था कि अच्छाई को अपने साथ जोड़ ले। वही अच्छाई बुराई को अपने जैसा सोचने लगी। उसे लगा बुराई उसके साथ बदल रहा है। इधर बुराई अच्छाई की अच्छाई पर हँस रहा था। अच्छाई आशाओं से पूर्ण अपने दोस्त बुराई को समर्पित था। वही बुराई बुराई के बीज अंकुरित कर रहा था। एक अच्छाई चारों तरफ से बुराई से घिर गई। बुराइयों ने कहा या हम जैसी बन जाओ या आज मर जाओ। क्योंकि आज हम संख्या में ज्यादा है। अच्छाई ने कहा मैं अकेली हूँ। तुम सब बुराइयों से घिरी हूँ। हो सकता है आज मर जाऊ। पर इतिहास के पन्नों पर नाम अमर कर जाऊ। किसी अमरता का रस किसी ने नही पिया, संख्या ज्यादा होने पर भी मरना तुम्हे भी होगा। जीना फिर से मुझे भी होगा, जीना फिर से तुम्हे भी होगा, लोगों के दिमाग में तुम होगे कहीं, दिल में तो सिर्फ हम .... By sujata mishra #good #over #bad #mortal #immortal #life #death #we #you #god

poem on life and goal

छोटी छोटी मंजिले ज्यादा खुशी देती है वख्त और साथ जुड़े लोगों का हिसाब देती है। सफर का मज़ा और लोगों का साथ मिलता है जब हर कोई हमसे सच्चा प्यार करता है। तकलीफ भी यूँही कट जाती है खुशियों से ये जीवन समुंदर सा सार लगता है। थक कर गिरने पर संभालने वाले होते है। रूठने और मनाने वाले भी संग रहते है झूठा ही सही वादे भी लोग करते है अक्सर By sujata mishra To be continued

quotes on rule of government

If rules rule on government it should be changed. Who will initiate? I or you? Lets we make.. By sujata mishra #Quotes #latest अगर बनाये हुए नियम सरकार को चला रहे है तो इसे बदलने का जिम्मेदार कौन है?

Maithili geet latest

सुनलिया अरज हमर चाहे अहाँ भेट न करू करू इ उपकार मीठ मीठ बोल हम छि सिखने सिखने एना नइ करू प्रतिकार करू करू इ उपकार सुनलिया अरज हमर चाहे अहाँ भेट न करू करू इ उपकार भोर पहर हम विनय करै छि दिन 2 सब बिसराल हे प्रभु राइत 2 अश्रु धार सुनलिया अरज हमर चाहे अहाँ भेट न करू करू इ उपकार तन मन छोइर कता हम जाऊ राह दिखाएब कखन अहाँ आएब छाया दिया अपन उढा सुनलिया अरज हमर चाहे अहाँ भेट न करू करू इ उपकार By #sujata #mishra #maithili #bhajan #geet #song #latest #new #bihar #we #you

poem on ma/mother

Saso se tumne ye kya kaha Lo dekho maine sb sun liya Tumhe bhi to hua hoga kbhi Ye pyaar Lo ungli pakad kar chalo Chalo ungli pakad kr chalo Jivan nhi itni asaan Jivan nhi itni aasaaa Meri in bahon me in panahon me Chhoti 2 teri ye muskaan Saso se tumne ye kya kaha Lo dkho maine sb sun liya Teri Maaa hu maine tumhe chun liya Lo ungli pakad kr chlo Chalo ungli pakad kr chlo Jivan nhi itni asaan By sujata mishra # poem   # maa   # ma   # mother   # song   # kids   # new   # latest

poem on moh / money

ये जो मोह लगा बैठा तू मुझसे ये जो मोह लगा बैठा तू मुझसे भूल रहा कुछ बंधन तन मन के जकड़ जंजीरों में रखले तू उन उड़ जाएगा ये तोड़ तेरे पखिरे ये जो मोह लगा बैठा तू मुझसे ये जो मोह लगा बैठा तू मुझसे जल जल चहुँ दिश जो बहेगी निर्मल शांत स्वभाव कहेगी उन पत्थर को जो रोक न लेंगी मन मन उड़ चला कोई और कोई देश ये जो मोह लगा बैठा तू मुझसे ये जो मोह लगा बैठा तू मुझसे कहे जीवन जो मैं छोड़ ही दूँगा पथ पर बढ़ तो भी मोड़ मैं दूँगा न चल तो भी जोड़ ही दूँगा मैं वह है मेरा अंश अनमोल। ये जो मोह लगा बैठा तू मुझसे ये जो मोह लगा बैठा तू मुझसे क्यूँ भूल रहा जीवनमृत्यु ज्योत। By sujata mishra #Poem #life #death #love #money #root #rout #mercy #me #you

Self careless quotes life

Self Care less persons always have a long list of caring person..... Like you all and ...? By sujata mishra #me #you #quotes #mother #father

quotes for life innings

We played well life in our innings, so I justify life given by god... Trustly he made us and faithfully we ll have to left... By sujata mishra #quote #faith #trust #life #innings #live

moral story on care

एक बार एक ब्राह्मण के घर नन्हा सा फूल खिला। वह फूल इतना प्यारा था कि जिसकी नजर पड़ती वही उसे लेना चाहता। ब्राह्मण अपने उस बच्चे को सबसे छुपा कर रखता कि किसी की नजर न लगे। ब्राह्मण और ब्राह्मणी दोनों उसके लालन पालन में विशेष ध्यान रखते। पिता के सभी कर्तव्यों को ब्राह्मण तो ब्राह्मणी माँ की ममता में कोई कमी नही रखते। वह पुत्र भी धीरे 2 बड़ा हो रहा था। घर में इतना प्यार था कि समृद्धि खुद उनके द्वार पर दस्तक देती। जीवन का चरम उत्कर्ष उनके घर पर था। लेकिन दिन बदलने थे, एक जैसे दिन तो किसी के नही होते। ब्राह्मण को अन्य लोग ईर्ष्यावश अब पहले जैसे सत्कार नही देते थे। ब्राह्मणी और ब्राह्मण अपने आपको कष्ट देकर भी पुत्र को सही पालन दे रहे थे। एक बार घर में खाने को कुछ भी नही था और ब्राह्मण उसकी पूर्ति हेतु बाहर गया था। देर होने की वजह से ब्राह्मणी विचलित हो स्वयं भी किसी कार्य की तलाश में बाहर निकलने को हुई तो उसने पुत्र से कहा पुत्र जब तक मैं या तुम्हारे पिता न आये इस घर से बाहर न निकलना। पुत्र ने मां को वचन दे दिया। ब्राह्मणी चली गई। इधर पास के पड़ोसी ने वचन देते हुए बातें सुन ली कि घ...

poem on easy life

लो हमें चलना न आया उस तरह जिस तरह आसान होती है राहें कुछ वख्त भी कराहता होगा जब हम उसकी भी नही सुनते। समय से पहले कर लिया हो सब इतना समय का इंतजार नही करते जुबाँ लड़खड़ाये जब ईश्वर दिखा किए क्यूँ हम फिर भी उन पर विश्वास नही करते। जमी पर जमीं की क़दर नही जब आसमां मिलती है तो आसमान भी नही बादलों के बीच छुपा हुआ सा दिल ढूंढ़ता है क्या कहाँ क्या पता। By sujata mishra #poem #god #struggle #is #life

Positive quotes

Learning lots of mind daily salute them to all who makes positivity in all around. By sujata mishra #life #ideal #you #enjoying #break #rules #salute #positive

articles on women

शाप भी लग जाता है।  आज भी वही हिन्दू है हम जो पहले थे।  आज भी हम आशीर्वाद लेते है, बड़ों का।  अपनी जमी हमें पहचानती है।  कौन थी वह जिसने रावण को श्राप दिया? रावण को श्राप मिला था कि जब भी वह किसी स्त्री का शील हरण करने की कोशिश करेगा उसके सिर के टुकड़े 2 हो जाएंगे। कौन थी वह जो दुर्योधन के दुर्गुणों को किया अंत। कौन थी ? कई महिशासुर आये और कई आएंगे। दुर्गा बनना भी आसान नही। खुद को बदलना पड़ता है शस्त्रों को ढोना पड़ता हैं। कोमलांगी कब तक बनोगी? By sujata mishra #women #india #bharat #girls #save #brave #keep #weapons

Poem on sri ram

राम नाम इक तेरा भाये मोहे, राम नाम इक तेरा। श्री राम जय राम। छवि देख देख मन मुस्काये, सिया रूप धरि आये। मन सिया रूप धरि आये। मन काहे तू भरमाये। राम नाम इक तेरा भाये मोहे, राम नाम इक तेरा। श्री राम जय राम। जुगत जगत की हम नही जाने, सूर्यकोटि प्रभा तुम्हरी पाये चरण कमल धूल रचित है। कैसे हम बिसराये छवि तेरी। राम नाम इक तेरा भाये मोहे, राम नाम इक तेरा। श्री राम जय राम। भव्य दिव्य अनमोल रतन तुम, जुड़ना हमे क्यूँ न आये तन मिटता ही जाए अब तन मिटता ही जाए। राम नाम इक तेरा भाये मोहे, राम नाम इक तेरा। श्री राम जय राम। By sujata mishra # jai   # sri   # ram   # bhajan   # hindi   # love   # devotion   # bhakti   # ishwar   # god   # ayodhya # siya

Doha for gyan

पोथी न खोली कभी न लिया किसी का ज्ञान। मैं सबसे कहती फिरी मैं ही हूँ सज्ञान। By sujata mishra #quotes #knowledge #hindi

Gods and his work quotes

Let we change the works of our... You god do mine and I am enjoying yours...;) By sujata mishra #life #god #home #me #you

Hindus God Astra and Shastra

हिन्दू देवताओं के पास जो अस्त्र शस्त्र है उनकी गिनती नही कर सकते है शास्त्रों में त्रिशूल तलवार चक्र गदा कृपाण भाला वज्र धनुष बाण फरसा गड़ास अस्त्रों में ब्रह्मास्त्र अग्न्यास्त्र वरुण गरुण पन्नय पशुपात वायव्य इत्यादि अस्त्र मतलब जो मंत्रों द्वारा दूर तक चलाये जा सके। और शस्त्र मतलब हथियार। सुदर्शन हूँ मैं । By sujata mishra #hindu #astra #shastra #culture #ancient #sudarshan

Rakshas and Raja ki doordrshita

एक राक्षस अपने लोक से भटकता हुआ दूसरे लोक आ गया। राक्षस था दूसरे लोक आ वहां उत्पात मचाना चाहता था। सीमा में दाखिल हुआ। यह सोचता कि जो सबसे पहले मिलेगा उसे बंधक बना रखुंगा। अपना सारा काम उससे करवाऊंगा। बाकी जो बचेंगे उन्हें एक एक कर रोज खाऊंगा। मनसा उसकी वोही जाने न जाने कितने मन में ठान कर खुश बढ़ चला। सबसे पहले उस राक्षस की नजर एक घर पर पड़ी जो कि सीमा में वीराने में बनी थी। राक्षस ने सोचा मेरे लिए आराम के लिए जगह भी मिल गई। और जो इसमें रहता होगा वही मेरा सारा काम करेगा। पहुँच गया उस घर के अंदर बड़ा सुंदर सा घर बाहर से अंदर से उतना ही गन्दा। पर राक्षस को बड़ा पसंद आया। मानो मन चाही मुराद मिल रही हो। अंदर पहुँच कर आराम करने को जैसे ही बैठने लगा एक जोर की आवाज आई। उठो और जाकर मेरे लिए खाने का प्रबंध करो। इतने दिनों से तुम्हरा ही इंतजार कर रहा था। राक्षस ने नजर उठाई तो उससे कई गुना बड़ा राक्षस उसके मंसूबों पर पानी फेरता हुआ दिखाई दिया। इधर इस लोक का राजा अपने प्रजा का बहुत ध्यान रखता। उनकी सुरक्षा के लिए उसने हर सम्भव प्रयास करता। अपनी मातृभूमि की रक्षा का कर्तव्य सभी पर...

King Parikshit and Kaliyug story

एक बार राजा परीक्षित दिग्विजय पर निकले तो देखा एक बैल एक पैर से चल रहा था और एक दुर्बल गाय को दोनों को कलियुग शूद्र राजा बन कर मार रहा था। इस विचित्र घटना को देख राजा परीक्षित ने कलियुग से पूछा कि यह अमानवीय कुकृत्य वह कैसे उनके राज्य में कर रहा है? क्या उसको पता नही कि यह राज्य उनके परदादा अर्जुन का है? उस समय कलियुग का प्रारंभ हो चुका था, कलियुग बैल अर्थात धर्म को कोड़े मारता और गाय अर्थात पृथिवी को लातों से मरता ही रहा। राजा परीक्षित से यह सहन न हुआ और उन्होंने उस शुद्र से पूछा तुम निर्दयी राजा कौन हो। वेशभूषा से तो राजा लगते हो पर कर्म नीच के है। तब उस शूद्र वेश राजा ने बताया कि मैं कलियुग हूँ। और आने वाले समय में मेरा ही आधिपत्य होगा। धर्म सिर्फ एक पैर के सहारे ही चल सकेगा। जबकि पृथ्वी नानाप्रकार के कुकर्मों से बोझिल होगी। ये सब सुनकर राजा परीक्षित को क्रोध आया और उन्होंने कलियुग से युद्ध किया। इस युद्ध में कलियुग परास्त हुआ। और राजा परीक्षित ने उसे परास्त कर उसे अपने राज्य से भगा दिया। जब तक राजा परीक्षित का राज्य था तब तक कलियुग उनके राज्...

Story of king prithu and prithvi

मनु के वंशज में राजा अंग थे। उनकी पत्नी सुनिथा थी। उनकी एक संतान हुई जिसका नाम उन्होंने वेन रखा। वेन क्रूर था। राजा बनने के बाद वह ऋषि मुनियों को बहुत परेशान करता । क्रूर स्वभाव के कारण उसने पूरी धरती पर यज्ञ हवन बन्द करवा दिया। उसके अत्याचार से दुखी हो ऋषियों ने उसे शाप दे कर और कुशे से मार डाला। राजा के अभाव में धरती पर त्राहि मच गई। सुविथा ने पुत्र वियोग में उसके शव का संस्कार भी नही किया था। तब ऋषी मुनि उस शव के अच्छाइयों को प्राप्त करने हेतु उसका मंथन किया। मंथन से दो एक नव युवक और एक नवयुवती प्राप्त हुए। जिनका नाम पृथु और अर्चि था। पृथु ने ही पूरे धरती को जोत कर समतल किया और नदी पहाड़ झरने बनाये। राजा पृथु के नाम पर ही धरती को पृथ्वी नाम मिला। By sujata mishra #raja #prithu #prithvi #story #hindi #river #land #lake #katha

God quotes

I am as #simple As u । । । । । । U means complicated इंसान नही। । । । । Simple भगवान। ,:)😊 by sujata mishra

quotes on bhagwan ram

राम राम हे राम ये मोती है अनमोल मैं बोलू या तुम बोलो सांसों में घोले ये मिश्री के बोल जै श्री राम 2 By sujata mishra #ram #ayodhya #siya #up

Real songs and culture

पिला दे पिला दे पिला दे दीवानी मैं हूँ जिसकी । । । । । । । । । । । । । आई एम अ गुड गर्ल आई लाइक लस्सी। :) मज़े तो बहुत आये होंगे....? पहली लाइन पढ़ के। ये आजकल के गाने बैड गर्ल्स पर ज्यादा बनने लगे है, या मेजोरिटी ही बैड गर्ल्स की हो गई है। पहले के गानों से एक गाना याद होगा आपने भी सुना होगा, अहाँ दिमाग का ये आलम कि ऐसे ऐसे गाने सुन सुन कर हमें एक भी अच्छा गाना लड़कियों पर याद नही आ रहा। अच्छे लोग अच्छे विचार अच्छाई सब कोई नही आ रहा। बाकी जो मैच्योर है उन्हें फर्क नही पड़ेगा पर उनका क्या जो नही है? उनके दिमाग में तो यही भरेगा। वैसे मस्ती के लिए अच्छे है ये योयो गाने। वैसे एक बेहतरीन सा नगमा तुमको देखा तो ये खयाल आया जिंदगी धूप तुम घना साया।।।। :) 👍💐 By sujata mishra #yoyo #हनी #honeysingh #सांग्स #songs #hindi #

Life Quotes

No one can harm me except my self. by sujata mishra #life #death #

maithili bhajan latest on Sri Ram

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ई मन में कोना का बसाऊँ अहाँ के श्री राम करू सिया के माइट अहीं एहि क परयास। जे माटी हमर देह बनाइलिये मन में त अंधेर साजैलिये जग रौशन अहाँ रोज करै छी  इक दिन इक दिन हम रोज तकै छी https://youtu.be/UU8IE8D1VEI By sujata mishra #maithil #bhajan #song #siya #ram #मैथिली #maithili #geet #latest

Singhasan battisi vikramaditya King of Bharat

बातों ही बातों में ध्यान आया, राजाओं के सिंघासन होते थे। सोने हीरों से जड़ित। जिस पर बैठने की सोचना भी किसी 2 के बस की बात नही। एक वीराने में बड़े से टीले पर कुछ बच्चे खेल रहे थे। कोई राजा तो कोई मंत्री तो कुछ सैनिक और चोर बने थे। राजा बना बच्चा उस बड़े से टीले पर बैठा और लगा मशला सुलझाने। कुछ दिन तो आपस में ही बच्चों ने खेली खेल मनमानी। पर उस राजा बच्चे की न्याय प्रिय थी जबानी। जब भी बैठ उस टीले पर दिया न्याय एक सत्यवचन सा। दूर 2 से लोग थे आते उससे अब झगड़े सुलझाने। न्याय और सत्य को जाने। एक बार जो अलग था बैठा, टीले को छोड़ा वह वैसा। न दे सका न्याय किसी को। मन का भरोसा जैसे टूटा। लोगों ने खोदा टीले को ये तो वही बत्तीसी है। राजा विक्रमादित्य बैठकर जिस पर करते शासन थे। न्याय कूट 2 कर भरी थी जिनके शब्दों के गागर में। जो सिंघासन बत्तीसी थी न्याय प्रिय अधिकारी थी। जो भी बैठा उस पर जब तक विक्रम और प्रतापी रहा। बच्चा बड़ा होकर राजा भोज के नाम से प्रसिद्ध हुआ। और सिंघासन सम्राट विक्रमादित्य जी का था। By sujata mishra #story #singhasan #battisi #hindi #vikrmaditya...

प्रीत रीत न जाने krishna

प्रीत रीत न जाने जन्म जनम न माने आ बैठो इक पल संग लो रुठ रहे गिरधारी । मोह लीन्ही मोहे मोह मोहन की छवि प्यारी। कासे मनाऊँ तोहे कैसे मैं मनाऊँ राधे पुकारू कभी मुरली बजाऊँ मैं तन के संग नाही चित्त मेरा भागे तू चितचोर न यूँ ही कहावै कृष्णा। कोई बने गोप तेरा कोई बने गोपी कोई मन मारे बोले मैं हूँ तेरा जोगी। जपत निरन्तर हे नाम तुम्हारा तृष्णा तृष्णा तब नाम पुकारा जय कृष्णा। जय कृष्णा जय कृष्णा By sujata mishra #girdhari #bhajan #कृष्णा #राधे #krishna #jay #sri #radhe #song #poem