हे सुरुज हे सुरुज chhath geet latest


भोर भेल आंगन हम निहारै छी

चाँद नई तकै छी अहाँ के विचारै छी।

हे सुरुज हे सुरुज उगा उगा हे सुरुज

देखु बाती ज्योत जोत खुजल पट मोट2

आइख अहिं के चरण खोजे रोज 2

हे सुरुज 2

फूल चुन2 क धरली हार बना

लियाअब त पहिन धरु न मुरझा

हे सुरुज

घट घट में ई जे अर्घ अहिं के चढ़ल

रूप धर धर क नई आबु अब अब

बस डूबा लाल रंग स उगा लाल रंग स

लाले लाल बसह मन तन मा

उगा 2 है सुरुज हे सुरुज

Sujata Mishra

#chhath #puja #song #geet #poem #kavita #bhajan

Comments

Popular posts from this blog

Vivid Techno: hindi poem - इतनी दूर चले आये

How to register to vote in india

YOGA VS GYM