faith story god

विश्वास एक ऐसी अनूठी देन हम सभी को मिली है, जिसको अगर सभी अपना ले तो ताकत और हौसला दोनों बढ़ जाते है।
एक पत्थर को जब तराश कर मूरत बनाई जाती है तो वह मूरत एक विश्वास का प्रतीक बन जाता है। एक कुम्हार उस मूरत को इसी विश्वास से बनाता है कि कोई खरीदार अवश्य इसे खरीद कर ले जाएगा और उसके जीविका को आधार मिलेगा।
एक विश्वास जो प्रेरणा देती है। जब कुछ भी हमारे पास नही होता तो विश्वास की नैया अपने पास रखनी ही चाहिए।
विश्वास जो बुलंदी के शिखर पर पहुँचा देने की शक्ति रखती है।
विश्वास जो मिट्टी से पत्थर बनने की ताकत दे। पत्थर से मूरत और मूरत जिसे फिर मिट्टी में मिलना ही है।
हम आप और सब मिट्टी के मूरत जो बिक रहे ईश्वर के द्वारा बने संसार में।
तो कुम्हार रूपी ईश्वर को क्या चाहिए? हम सब मूरत को बेच कर ?

जहां तक मैंने पढ़ा है उसके अनुसार जब हमारे पास कमाने के और पर्याप्त साधन हो जाते है तब हम सभी जो कि ईश्वर के अंश है कुछ मनोरंजन के लिए दूसरे लोगों की जिंदगी में निरक्षण करना शुरू करते है कि ये हुआ तब उन्होंने ये किया और उन्होंने हमसे अच्छा किया या हमने उनसे अच्छा किया।
शायद ईश्वर भी हम अंशों को परखता है कि उन्होंने जो किया उससे अच्छा विकल्प उनका कोई अंश दे सकता है या नही?
By sujata mishra
#deep #analysis #god #ishwar #what #wants god #by #selling #us

Comments

Popular posts from this blog

Vivid Techno: hindi poem - इतनी दूर चले आये

How to register to vote in india

YOGA VS GYM