Story of goodness and evil

एक बार एक अच्छाई को बुराई पसंद आ गई।
बस अच्छाई अपना सब कुछ छोड़ कर बुराई का पीछा करने लगी।
बुराई तो चाहता भी यही था कि अच्छाई को अपने साथ जोड़ ले।
वही अच्छाई बुराई को अपने जैसा सोचने लगी। उसे लगा बुराई उसके साथ बदल रहा है।
इधर बुराई अच्छाई की अच्छाई पर हँस रहा था।
अच्छाई आशाओं से पूर्ण अपने दोस्त बुराई को समर्पित था। वही बुराई बुराई के बीज अंकुरित कर रहा था।
एक अच्छाई चारों तरफ से बुराई से घिर गई।
बुराइयों ने कहा या हम जैसी बन जाओ या आज मर जाओ।
क्योंकि आज हम संख्या में ज्यादा है।
अच्छाई ने कहा मैं अकेली हूँ।
तुम सब बुराइयों से घिरी हूँ।
हो सकता है आज मर जाऊ।
पर इतिहास के पन्नों पर नाम अमर कर जाऊ।
किसी अमरता का रस किसी ने नही पिया, संख्या ज्यादा होने पर भी मरना तुम्हे भी होगा।
जीना फिर से मुझे भी होगा, जीना फिर से तुम्हे भी होगा, लोगों के दिमाग में तुम होगे कहीं, दिल में तो सिर्फ हम ....
By sujata mishra
#good #over #bad #mortal #immortal #life #death #we #you #god

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