Story mata sita and sindur significance
एक बहुत ही महत्वपूर्ण तथ्य
माता सीता जब हनुमान जी के सम्मुख आती तब हनुमान जी ने गौर किया कि उनके मांग में लाल रंग का कुछ लगा हुआ है।
वह रोज देखते पर संकोच वश पूछ न पाते।
एक दिन उन्होंने माता सीता से पूछ ही लिया - कि हे माता आप रोज अपने मांग में यह क्या लगाती है?
इसे लगाने से क्या होता है?
माता सीता मुस्काई और बोली - हे पुत्र हनुमान यह सिंदूर है। हर पत्नी अपनी पति के जीवन के लम्बी कामना हेतु इसे रोज अपने मांग में डालती है।
श्री हनुमान को जैसे ही पता चला कि सिंदूर से प्रभू श्री राम की आयु बढ़ेगी वे पूरा का पूरा सिंदूर अपने हर जगह लगा लिया।
आज के युग में सिंदूर की महत्ता को कुछ पतिव्रता भारतीय स्त्रियां ही जानती है।
जो जानती है माता सीता तुल्य है।
उन सभी स्त्रियों को हमें नमन करना चाहिए।
वे सभी हमारे देश की गौरव है।
जय माता सीता की।
By sujata mishra
#mata #sita #sindoor #hanuman #lord #ram #proud #women #bhartiya
माता सीता जब हनुमान जी के सम्मुख आती तब हनुमान जी ने गौर किया कि उनके मांग में लाल रंग का कुछ लगा हुआ है।
वह रोज देखते पर संकोच वश पूछ न पाते।
एक दिन उन्होंने माता सीता से पूछ ही लिया - कि हे माता आप रोज अपने मांग में यह क्या लगाती है?
इसे लगाने से क्या होता है?
माता सीता मुस्काई और बोली - हे पुत्र हनुमान यह सिंदूर है। हर पत्नी अपनी पति के जीवन के लम्बी कामना हेतु इसे रोज अपने मांग में डालती है।
श्री हनुमान को जैसे ही पता चला कि सिंदूर से प्रभू श्री राम की आयु बढ़ेगी वे पूरा का पूरा सिंदूर अपने हर जगह लगा लिया।
आज के युग में सिंदूर की महत्ता को कुछ पतिव्रता भारतीय स्त्रियां ही जानती है।
जो जानती है माता सीता तुल्य है।
उन सभी स्त्रियों को हमें नमन करना चाहिए।
वे सभी हमारे देश की गौरव है।
जय माता सीता की।
By sujata mishra
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