आक्षेप
किसी पर भी सुनी सुनाई बातों से आक्षेप कर देना आसान है, किसके साथ क्या हुआ, बिना किसी साक्ष्य के समझ पाना आसान नहीं है।
जब एक व्यक्ति सफलता की सीढ़ियों पर चढ कर, आगे बढ़ चुका हो, सुखी समृद्ध परिवार, के बाद आत्महत्या करना बिल्कुल ही अमान्य है।
आज सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या की खबर, एक सफल कम उम्र युवक कलाकार की मौत इन हालातों में 14 जून 2020 को, जबकि उनकी पिछली मैनेजर दिशा स्लियान की मृत्यु भी आत्महत्या ही मानी जा रही है, अभी तक की जानकारी को माने तो दिशा ने 12 वीं मंजिल से कूद
कर आत्महत्या कर ली थी।
इतने कम समय अंतराल में दोनों सेलिब्रिटी की आत्महत्या की खबर कुछ नहीं बहुत ही अटपटी सी लगती है।
और उस समय जब सुशांत सिंह राजपूत की सफलता कदम चूम रही हो।
अकेले बांद्रा हाउस में रह रहे सुशांत सिंह राजपूत के साथ क्या अनहोनी हुई, इसके साक्ष्य वे स्वयं थे।
कई लोगो ने आक्षेप लगाया कि सुशांत सिंह राजपूत कायर थे, इस तरह उन्हें नहीं करना चाहिए।
कुछ भी सोचने, बोलने, लिखने से पहले लोगों असलियत जानने की कोशिश करे।
जहां व्यक्ति अकेला खुद साक्ष्य है, वहां उसके साथ क्या हुआ, उस समय यह वह खुद ही बता सकता है।
किसी पर भी आक्षेप न करे। मेरी तरफ से निवेदन है कि सीबीआई जांच निष्पक्ष होनी चाहिए।
#Singh #Rajput Found #Dead at Mumbai Home, No Suicide Note Found #murder #well #planned #om
सहमत हूं
ReplyDeleteलेकिन जो चला गया उसे लौटा के ला नहीं सकते।
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