Patriotic poem Bharat
कितने तारों को आसमां पर सजाओगे कभी तोड़ोगे कभी बनाओगे। एक ही तारा बस अमर कर दो। न तोड़ो न बनाओ। प्यार बस उस पर बरसाओ। कौन है ये हमसे न पूछे। हमारी आँखों में बसती है। हमारी मातृ भूमि । हमारा भारत। By sujata mishra # i # love # my # country # hindustan # and # you # save # it # bharat # mahaan